Saturday, May 23, 2009

तेरा साथ.......मेरी ज़िन्दगी...

ये मानता हूँ

मेरी ज़िन्दगी के लिए

तेरा साथ ज़रूरी है

पर क्या तेरे निगाह में

मेरा जिंदा रहना

इतना ही ज़रूरी है?

1 comment:

श्यामल सुमन said...

यह विशाल की लेखनी पूछे प्रश्न विशाल।
दूजे से क्यों पूछते खुद से करें सवाल।।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com