पूरे देश में आतंकवाद अपने चरम पर है और मीडिया इस जघन्य अपराध को लोगो तक बड़ी तन्मयता से पहुंचाती है लेकिन भारत की सम्पूर्ण मीडिया आतंकवाद का घिनौना चेहरा दिखने के साथ साथ अपरोक्ष रूप से आतंकवाद का समर्थन करने वाले राजनेताओं को आपने पत्र या टी वी चैनल में स्थान क्यों देते है ? जिसकी वजह से एक वर्ग विशेष में भ्रान्ति पैदा होती है। इसके अलावा आतंकवादियों के मन में एक नई उर्जा का संचार हो जाता है। शायद देश में इन्ही सब कारणों से आतंकवाद पर संपूर्ण रूप से प्रहार नही हो पता है। इसका जीता जगता प्रमाण बटला हाउस पर शहीद शर्मा व् मुंबई हमले में शहीद करकरे की मौत पर बेवजह की गई टिप्पणियां हैं। यहीं भारत के मीडिया ये सोंच नहीं पाती है अपने पत्र या चैनल में स्थान दे रहे हैं अगर भारतीय मीडिया इन गन्दी मानसिकता वाले लोगों को अपने पत्र या चैनल में स्थान देना बंद कर दे तो देश कि प्रति लोकतंत्र के इस चौथे स्तम्भ की असल भूमिका सामने आएगी। इस वजह से लोगों में मीडिया के प्रति और विश्वास
बढेगा और साथ ही साथ सस्ती
लोकप्रियता हासिल करने वाले लोग ख़ुद ही मर जायेंगे। मीडिया के इस काम से देश को आतंकवादियों को मिल रहे
अद्रश्य समर्थन से
काफी had तक
छुटकारा मिल जाएगा। बस इंतज़ार है मीडिया के इस तरफ़
हल्ला बोलने का। मुझे विश्वास है मेरे साथ देश भी मीडिया के इस कदम का इंतज़ार करेगा
9 comments:
नववर्ष की हार्दिक मंगलकामनाएँ!
नव वर्ष की आप और आपके समस्त परिवार को शुभकामनाएं....
नीरज
अच्छी प्रविष्टि.
आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें.
जो आप कह रहे हैं वह तो सैंसरशिप होगी, जो मीडिया वाले करते हैं वह है सनसनीखैज या झगड़ा बढ़ाने वाले समाचारों को प्रोत्साहन. मेरे विचार में सैंसरशिप गलत है, मीडिया का यह काम नहीं कि इस तरह की बात करने वालों को बिल्कुल जगह न दे, पर उसे हर बात को संतुलित ढंग से बताना चाहिये. अगर मुसलमान या हिंदु उग्रवादी नेता कुछ कहते हें तो मीडिया कर्तव्य है कि बताये कि यह बात उग्रवादी या रूढ़िवादी लोग कर रहे हें, साथ ही उसे उन धर्मों के उदारवादी एवं आधुनिक सोचनेवालों के विचारों को भी स्थान देना चाहिये.
हिन्दी चिठ्ठा जगत में आपका हार्दिक स्वागत है, शुभकामनायें। काफ़ी अछी जानकारी मिली। धन्यबाद
नव वर्ष मंगल मय हो
आपका सहित्य सृजन खूब पल्लिवित हो
प्रदीप मानोरिया
09425132060
उम्मीदों-उमंगों के दीप जलते रहें
सपनों के थाल सजते रहें
नव वर्ष की नव ताल पर
खुशियों के कदम थिरकते रहें।
नव वर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं।
इधर से गुज़रा था सोचा सलाम करता चलूंऽऽऽऽऽऽऽ
(और बधाई भी देता चलूं...)
बहुत सुंदर...आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है.....आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्त करेंगे .....हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
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