Thursday, April 7, 2011

बेजुबान आंखें....

सुना था कि

आँखें सुन लेती हैं

किसी ने कहा था कि

आँखें भी बयां करती हैं

मैंने भी उन

खामोश आँखों से

जवाब माँगाथा

पर वो बेजुबान थी

या मेरी खामोशी को उसने

अनसुना कर दिया....

Sunday, August 1, 2010

राहुल! बीजेपी में चले जाओ

एक बार प्याज ढाई महीने महंगा रहा तो एक सरकार चली गयी थी। अब तो सब कुछ ही महंगा है तो जान जाएगी लेकिन सरकार की नहीं हमारी क्योंकि हम अगली बार के लिए राहुल को देख रहे हैं। इसलिए शायद हम एक बार फिर कांग्रेस कि गलतियों को एक बार फिर भूल जायेंगे। लेकिन एक बात समझ में नहीं आती कि क्या राहुल कि अभी कोई बात सुनी नहीं जाती सरकार में जबकि वो सबके युवराज हैं। तो क्या हम अगली बार भी इसी गफलत में रहेंगे। मैं कोई राजनितिक इंसान नहीं हूँ पर ये सवाल मेरे दिमाग आया है क्योंकि मैं एक आम आदमी हूँ महंगाई से परेशां भी।

मुझे याद है जब बीजेपी सरकार ने परमाणु परीक्षण किया था तो और हम परमाणु शक्ति संपन्न हुए थे और विदेशों से हमारे देश को सहयोग बंद हो गया था पर तब भी इतनी महंगाई नही हुई थी। हमारी विकास दर भी तेज थी।

अब क्या हो गया है? १० गुना पैसा खर्च किया गया कोमन वेल्थ गेम पर। ऐसे कई सवाल हेंजो भ्रष्टाचार में लिप्त इस सरकार को कठघरे में खड़ा करते है ... अगर राहुल इतने ही बेहतर व्यक्ति हैं तो बीजेपी में चले जाएँ क्योंकि बीजेपी के पास कई लोगों के अनुसार कोई बेहतर नेता नही(आज मुझे अटल बिहारी जी का बूढा होना खल रहा है इतना तो अपने रिश्तेदारों के प्रति भी नही हुआ) ..राहुल को देश के लिए ये प्रयोग करना चाहिए क्योंकि भाई जब भी कांग्रेस ई आई महंगाई ही लायी....

Sunday, April 18, 2010

लिफ्ट बोर्ड और लड़कियों की मानसिकता...


कल कुछ खरीददारी के सिलसिले में एक माल गया था वहां एक लिफ्ट के पास बोर्ड लगा था....जिसपर कुछ लिखा था...वो जानकारी फ्लोर्स पर लिफ्ट द्वारा जाने के लिए थी...पर मुझे उस बोर्ड में कुछ और जानकारी भी समझ आई ... उस बोर्ड कि फोटो के साथ वो लिख रहा हूँ।


सबसे पहले जी ऍफ़ - मतलब गर्ल फ्रेंड।- फूड्स न शापिंग- येही पर पाईजाती हैं


अब-बी ऍफ़ - मतलब बॉय फ्रेंड- पार्किंग जोन- ये बेचारे येही मिलते हैं इंतज़ार करते हैं


उसके बाद १ ऍफ़- मतलब एक लड़की-वेस्ट साइड और लैंडमार्क (बुक, कार्ड शॉप मतलब कि बुक्स और कपडे की खरीददारी

उसके बाद आखिरी में -२ ऍफ़- मतलब २ लड़कियां- लैंड मार्क (सिर्फ बुक आदि)


आखिरी के २ lines ka मतलब ये लगा कि अकेली लड़की कभी भी कपडे खरीदने किसी और लड़की के साथ नहीं जाती क्योंकि दूसरी लड़की को ड्रेस कि असली कीमत और कहाँ से ली गई है ka पता न चले...पर सिर्फ लैंड मार्क जैसे बुक स्टोरपर अपने को ज्यादा पढ़ाकू दिखाने या किसी लड़के के लिए कार्ड खरीदकर उस साथ वाली लड़की ko जलाने (जलन कि भावना) के उद्देश्य के लिए ले जाती है.

Monday, March 1, 2010

सीमेंट की मजबूती की पहचान लाल बिकिनी


विश्वास है इसमें कुछ खास है!!!!!!!!!!!
क्या आप में से किसी ने जे के सिमेंट का विज्ञापन देखा? कोई समझा सकता है उसमे बिकनी पहनी लड़की और समुद्र से निकलने से सीमेंट की खासियत का पता कैसे लगता है... न जाने किस विज्ञापन गुरु ने डिजाईन का किया है?कृपया किसी को पता हो उसका पता तो बताइए..... मुझे वो भी विश्वास अपने अन्दर लाना है की इसमें कुछ खास है.....

औरतों को नंगा कर जिस्म की इस तरह नुमाइश ठीक नहीं है... देख कर हंसू विज्ञापन गुरु पर या रोऊँ उस इंसान की मानसिकता पर जो ये सोचता है कि भारत कि जनता सेक्स के लिए कुछ भी कर सकती है या नंगापा परोस कर कुछ भी बेचा जा सकता है ...पहले डेओ और शराब के विज्ञापनों में अधनंगी लड़कियां के प्रयोग और न जाने कहाँ कहाँ? क्या बात करूँ साला मूड पूरा ऑफ कर दिया ऐसे लोगों ने.... अभिव्यक्ति की आज़ादी ने कुछ ज्यादा ही पर लगा दिए ऐसी मानसिकता वालो के बिना सोचे समझे उड़ते हुए हमारी संस्कृति पर हंस रहे हैं.....

क्या करूँ? क्या उम्मीद करूँ और किस से करूँ समझ नहीं आता। उस लड़की से जिसने ये विज्ञापन किया या उससे जो उस कंपनी का मालिक है या sarkaar से या आप से या खुद से ...............पर कहूँ क्या मैं किसी को क्योंकि ये अपराध नहीं है कानूनन.......इसलिए आप सबसे उम्मीद है कि ऐसे लोगों पर हंसकर उनका विरोध करे...........

Thursday, December 24, 2009

देश में पानी की स्थिति.....


हिंदुस्तान अखबार में छपी ये खबर की क्लिप देश में पानी की स्थिति को दर्शा रही है..... आप सबसे अनुरोध है कि पानी को बचने के लिए अपने घर से और खुद से शुरुआत करे और इस तरह के आंकड़ों को पानी बर्बाद करने वालों को ज़रूर पढाये.......

Sunday, December 6, 2009

राजू श्रीवास्तव और भारतीय जनता पार्टी

राजू श्रीवास्तव और भारतीय जनता पार्टी में एक समानता है...... भारतीय जनता पार्टी के बारे में तो पहले से पता था की उसका वोट बैंक तो अच्छा खासा है पर वो चुनाव के दिन वोट देने नही जाता क्योंकि उसे और काम ज़्यादा ज़रूरी लगते हैं... कुछ येही अपने राजू भाई के साथ हुआ राजू भाई की तरह मुझे भी विश्वास था की वो बिग बॉस से बाहर नही होगें पर जब रिजल्ट आया तो समझ आ गया भारतीय जनता पार्टी वाली कहानी यहाँ भी हो गई ... एक बात और राजू भाई का दर्शक ज़्यादातर हँसी खुशी वाले प्रोग्राम देखता है शायद इसलिए उसने बिग बॉस न देखा हो...

खैर राजू भाई आप उस प्रोग्राम में मौजूद किसी भी व्यक्ति से ज़्यादा लोकप्रिय हो इसमे कोई शक नही... बस आपका फैन्स या तो बिग बॉस कम देख रहे होंगे या ये तो निश्चित है की वो भी इसी विश्वास में होगे की आपको तो कोई हटा नही सकता और सबसे ज़्यादा वोट आपको मिलेंगे और इसी चक्कर में ख़ुद वोट नही किया होगा जैसा भाजपा का वोटर करता है.....

Wednesday, October 21, 2009

बस इतना याद रहे एक साथी और भी था!!!!!!----एन सन पालिश वाला -भूतपूर्व सैनिक

जाओ जो लौट के तुम घर हो खुशी से भरा, बस इतना याद रहे एक साथी और भी था!!!!!!
ये लाइन सुनकर मैं बड़ा भावुक हो गया था... पर इन्हे कितना लोग समझेंगे जब अपने जिंदा साथी की किसी ने सुध नही ली.... खैर ये क्यों कहा मैंने ये देखे

लखनऊ के आई टी churahe से गुज़रते वक्त अचानक नज़र पड़ी एक इंसान पर और मैं चौंक गया। बात ही चौंकने वाली और अन्दर से महसूस करने वाली थी। पहले उस इंसान का परिचय नाम - एनसन सहाय उम्र - ७० साल, पता -६५ maanas nagar, PO sarvoday nagar, lucknow, उत्तर pradesh, पेशा-निकिल और गाड़ी चमकाने की पालिश बनाना और बेचना। बनाने का मतलब कोई बड़ी फैक्ट्री नही और नही बेचने के लिए कोई मार्केटिंग की टीम। बस वोही निर्माता और वोही बेचनेवाला अपनी पुराणी साइकिल पर एक थैले में रखकर।



आप लोग सोच रहे होंगे इसमे क्या नया है ऐसे तो कई लोग हैं दुनिया में। पर मुझे कुछ खास दिखा उसकी साइकिल पर। उसकी साइकिल पर एक बोर्ड टंगा था जिसपर लिखा था एनसन पालिश नीचे लिखा था भूत पूर्व सैनिक। बस ये ही board था जिसने मुझे इंसान के पीछे जाने के लिए मजबूर कर दिया। पर जब बात हुई तो वो मेरी उम्मीद से कुछ ज़्यादा बड़ी बात थी मैंने फटाफट कुछ न्यूज़ चैनल्स को फ़ोन की आपके लिए एक ख़बर है। पर मेरा उद्देश्य सिर्फ़ मीडिया में ख़बर देना भर नही था कुछ और था।



एनसन सहाय वक्त का मारा हुआ इंसान था। जिसने करीब १३ साल देश की सेवा की। वो गनर मोर्टार व् एम् टी ड्राईवर था भारतीय सेना में। सिर्फ़ इतना ही नही वो १९६२ में china और १९६५ की पाकिस्तान के साथ हुई लडाई में भी शामिल था। मैंने जब उनसे बात की तो पता लगा की उन्हें पेंशन नही मिलती क्योंकि उन्होंने १२ साल ६ माह की नौकरी की थी। एन सन को सर्विस नो लॉन्गरिकुयारेड के तहत1971 में हटा दिया गया था। उनके हटने के १-२ माह में फिर से पाकिस्तान के साथ लडाई एन सन को देश सेवा का जूनून था इसलिए उन्होंने लडाई में शामिल होने के लिए अर्जी दी पर वो स्वीकार नही हुई।



आज एन सन पालिश बेचते है मैंने उनसे पालिश के बारे में पुछा तो वो पालिश को मेरी गाड़ी पर मलकर उसके प्रयोग का तरीका बताने लगे। मुझे एक देशभक्त को इस तरह करता देख अच्छा न लगा मैंने उन्हें रोक दिया। मैंने उनसे परिवार के बारे में पूच तो उन्होंने बताया की बेटा और बेटी हैं पर उनसे कोई सहयोग नही मिलता। जीविका के लिए वो रोज़ कई किलोमीटर साइकिल चलाते हैं और दिन में ५०-१०० रु कमा लेते हैं। इन बातो के दौरान एन सन के अन्दर का अनुशासन साफ़ झलक रहा था।



एन सन आज भी देश के लिए लड़ने की बात करते हैं। एनसन आज के युवा में देशभक्ति नही पाते और कान में बाली (faishion ke liye) पहनने वाले को नाचने वाला कहते हैं। एन सन के मन में आर्मी छूटने का मलाल था और आर्मी से प्रोविडेंट फंड के अलावा कुछ और न मिलने के बाद भी कायम था। एक sawal मन में kaundh रहा था की ५ साल vidhayak या सांसद रहने वाले को पेंशन मिलती है पर एक ऐसे इंसान को क्यों नही?

kahin सुना था की sarkaar yudh में लड़ चुके sainiko के लिए काफ़ी suvidha muhaiya karati है तो वो आज तक एन सन को इ नही mili ? अगर नही भी karati है तो ऐसे इंसान के लिए क्या कुछ करना नही चाहिए?



मुझे नही पता क्या kaanunan एनसन को milna चाहिए पर अगर आपको पता है तो कुछ kariye क्योंकि वो आज भी एक सच्चा sipahi है। और kanoonan agar नही मिल सकता तो भी ऐसे देश bhakto ke लिए हमें ladna होगा और halla बोलना होगा......